इंदौर के रूपराम नगर निवासी डॉ. शत्रुघन पंजवानी की मौत के बाद उनके बेटे उनका अंतिम संस्कार भी नहीं करवा सके। दरअसल डॉ पंजवानी के तीनों बेटे इन दिनों ऑस्ट्रेलिया में हैं। लॉकडाउन के कारण वे देश नहीं आ सकते, इसलिए उन्होंने वीडियो कॉल कर पिता के अंतिम दर्शन किए। इसके बाद मुक्तिधाम पर उन्हें डॉक्टरों की टीम ने अंतिम विदाई दी। डॉक्टर पंजवानी की गिनती अच्छे डॉक्टरों में होती थी। संभवत: यह देश में कोरोना से किसी डॉक्टर की मौत का पहला मामला है। डॉ पंजवानी की मौत पर प्रदेश के मुखिया शिवराज ने भी दुःख जाहिर किया है।उन्होंने लिखा है कि दूसरों के अमूल्य जीवन की रक्षा और #COVID19 के विरुद्ध युद्ध लड़ते हुए बलिदान हो जाने वाले डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी जी की आत्मा की शांति के लिए हम सब प्रदेशवासी ईश्वर से करबद्ध प्रार्थना करते हैं। आप जैसे महामानव को कभी भुलाया न जा सकेगा। विनम्र श्रद्धांजलि!