दिल्ली में सोमवार को भड़की हिंसा के बीच राहत की खबर आई है कि लोग दिल्ली में शांति मार्च निकाल शांति और सदभाव की अपील कर रहे हैं। दिल्ली सरकार या केंद्र सरकार की ओर से इस हिंसा पर अब तक कोई सख्त कार्रवाई या नेता का कोई बयान नजर नहीं आता, जिससे आम लोगों को विश्वास दिलाया जा सके कि वे सुरक्षित हैं। देश सुरक्षित है। अब पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद गौतम गंभीर का बयान आया है, जो कम से कम इस बुरे समय में उम्मीद देता है। गंभीर ने कहा है कि इस हिंसा के लिए भाजपा नेता कपिल मिश्रा पर भड़काऊ भाषण देने के लिए सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने इस भड़काउ भाषण के बाद हुई हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उनका कहना है कि जिन लोगों ने ये किया है उन पर सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए। देश में यह हिंसा स्वीकार्य नहीं है। गौतम गंभीर ने कहा कि जिन लोगों ने उकसाने वाले भाषण दिए हैं, चाहें वो किसी भी राजनीतिक पार्टी से हों। भाजपा से हों, आम आदमी पार्टी के हों या कांग्रेस से, उन सभी के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए। चाहे वो कपिल मिश्रा हों या कोई भी हो, जिसने भी भड़काऊ भाषण दिए हैं, उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए। ये अब किसी पार्टी का मुद्दा नहीं रह गया, ये पूरी दिल्ली का मुद्दा है। इस हिंसा के बाद अब कपिल मिश्रा पर जो भी कार्रवाई होगी मैं उसका समर्थन करता हूं। उन्होंने यह तक कहा कि आप भड़का के चले जाते हैं लेकिन उनके बारे में नहीं सोचते जो प्रभावित होते हैं। मिश्रा ने बस भाषण दे दिया और उनका काम ख़त्म हो गया। गौतम गंभीर ने गुस्से में कहा कि आपने उस पैंतीस साल के डीसीपी के बारे में नहीं सोचा जो आईसीयू में है। गौतम गंभीर ने ये भी कहा कि ऐसा लगता है कि ये हिंसा सुनियोजित है। ये हम सभी का दुर्भाग्य है कि आम लोग इस हिंसा का शिकार हो रहे हैं।