क्या आप जनाते हैं समुद्री तूफानों की तरह ही कुछ ग्रहणों को वैज्ञानिक विशेष नाम देते हैं। जी हां, इस बार 10 जनवरी को हो रहे चंद्रग्रहण का भी ऐसा ही नाम मिला है। यह नाम किसी विज्ञानी ने नहीं बल्कि नासा ने खुद दिया है। इस बार होने वाले चंद्र ग्रहण को नासा ने वुल्फ मून स्केलप बताया है यानी चंद्र ग्रहण के समय यह चंद्रमा भेड़िया के आकृति में नजर आएगा। खगालीय घटनाओं को संकलित करने का यह अपना उनका एक तरीका और क्रम है। साल 2019 खत्म होते-होते सूर्यग्रहण पड़ा और अब साल 2020 के शुरुआत में ही साल का पहला चंद्रग्रहण लग गया है। यह ग्रहण 10 जनवरी शुक्रवार को भारतीय समय अनुसार रात 10 बजकर 37 मिनट पर लगा रहा है। वैसे तो यह उपछाया चंद्रग्रहण है जिसका बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं होता है क्योंकि इस तरह के ग्रहण में चंद्रमा की काली छाया पृथ्वी पर नहीं पड़ती है।