क्या अगले महीने ईएमआई नहीं कटेगी? क्या अप्रेल में बिना ईएमआई कटे ही वेतन आ जाएगा? क्या तीन महीने का भुगतान नहीं करना होगा? क्या इसका भुगतान तीन महीने बाद करना होगा? यह कुछ ऐसे सवाल है जो कि आरबीआई गर्वनर शशिकांत की घोषणा के बाद लोगों के मन में चल रहे हैं लेकिन जवाब कहीं से नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में सबसे पहले सवाल का जवाब? क्या अगले महीने यानी कि अप्रैल में आपकी ईएमआई नहीं कटेगी। दरअसल आरबीआई बैंकों को सिर्फ सलाह देता है आदेश नहीं लेकिन बड़ी बात यह है कि आरबीआई की कोई भी सलाह किसी आदेश से कम भी नहीं होती है। आरबीआई के हर कदम का सीधा प्रभाव बैंक पर पड़ता है। ऐसे में कोई बैंक नहीं है जो आरबीआई के सलाह की अनदेखी कर दे। यह अलग बात है कि वह सलाह को कितना माने और कितना न माने लेकिन कुछ तो मानना ही पड़ेगा। ऐसे में आपको ईएमआई की राहत मिल तो सकती है लेकिन किस महीने और कब से मिलेगी। यह आदेश बैंक अपने ग्राहकों के लिए जारी करेगा। अब सवाल यह है कि क्या तीन महीन ईएमआई नहीं जाएगी तो इसका जवाब यह है कि जब बैंक आरबीआई की सलाह पर आदेश जारी करेंगे तो निश्चित रूप से तीन महीने ईएमआई नहीं देनी होगी। बैंक भी इस समय कोरोना वायरस की स्थिति, समाज की स्थिति, वैश्विक स्थिति, संसाधनों के उपलब्धता की स्थिति को बेहतर समझ रहे हैं। ऐसे अप्रैल से जून तक आपको ईएमआई नहीं देना पड़े यह अवश्यंभावी है। तीसरा सवाल कि क्या इसका भुगतान करना पड़ेगा? अवश्य ही भाई साहब, लोन आप ने लिया है तो भुगतान पड़ोसी थोड़ी करेगा। इतना ही नहीं इसके लिए अतिरिक्त ब्याज भी देना पड़ सकता है अगर बैंक ने उस समय के ब्याज को माफ नहीं किया तो। यह अलग बात है कि कोई बैंक सीएसआर समझ कर माफ कर दे। तो अब निश्चित रूप से समझ गए होंगे कि क्या होने जा रहा है। अगले दो या फिर तीन दिन में बैंकों के आदेश पत्र जारी हो जाएंगे। फिर आपको अगले तीन माह ईएमआई नहीं देनी होगी और फिर बाद में आपको ईएमआई के साथ अतिरिक्त ब्याज का भी भुगतान करना पड़ सकता है। कोरोना वायरस की वजह से देशभर में लॉकडाउन है। इसका सीधा असर लोगों की आमदनी और कारोबार पर पड़ा है। ऐसे में लोगों को लोन चुकाने में दिक्कत स्वभाविक है। रिजर्व बैंक ने ऋणधारकों के लिए राहत की घोषणा की है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि सभी टर्म लोन पर 3 महीने का मोरोटोरियंम होगा। मतलब साफ है कि भुगतान तो आपको करना ही होगा बस इसे तीन महीने टाल दिया गया है।