रविवार को रात्रि 9 बजे 9 मिनिट के लिए वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के लिए जलाए दीये। प्रधानमंत्री की अपील के बाद वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के लिए लोगों ने अपने घरों के दरवाज़े व बालकनी में दीये, मोमबत्ती, टोर्च व मोबाइल की फ्लैश जलाकर अंधेरों को परास्त कर हौसले और एकजुटता से उम्मीद का उजाला किया। दुनिया भर में करीब 11 लाख से ज्यादा लोगों को चपेट में ले चुके संक्रमण के खिलाफ देश में सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए मोदी ने घर की बालकनी या दरवाजे पर खड़े होकर दीया जलाने को का हैं। 3 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वीडियो संदेश में देश की जनता से अपील की थी कि रविवार रात 9 बजे 9 मिनट के लिए हर व्यक्ति घर की सभी लाइटें बंद करके अपने दरवाजे या बालकनी में आकर दीया, मोमबत्ती, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाएं। चारों तरफ जब हर व्यक्ति एक एक दीया जलाएगा तब प्रकाश की महाशक्ति का अनुभव होगा। साथ ही उन्होंने लक्ष्मणरेखा की याद दिलाते हुए कहा था कि घर से ही यह काम करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद रविवार को कैराना नगर के मोहल्ला सराव ज्ञान में लोगों ने मिलकर कोरोना संकट अंधकार को चुनौती देते हुए अपने घरों की बालकनी व दरवाजों पर खड़े होकर मोमबत्ती, दीये, टोर्च व मोबाइल की फ्लैश लाइटें जलाई। शगुन मित्तल एडवोकेट ने बताया कि कोरोना से जो अंधकार और अनिश्चितता पैदा हुई है। उसे पराजित करने के लिए प्रकाश के तेज को चारों दिशाओं में फैलाया गया हैं, ताकि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के अंधकार में को उजाले में बदला जा सके।