कोरोना वायरस के चलते लाकडॉउन के बाद दूसरे प्रदेशों से पैदल स्वदेश लौटने का सिलसिला थम नहीं रहा है। दूसरे राज्यों में जो लोग मजदूरी। करके अपना भरण-पोषण कर रहे थेम राज्यों में जब लाक डाउन हुआ। तो कामकाज पूरा ठप हो गया। ऐसे में उनके पास जो भी धनराशि थी। वह खर्च हो गई तो लोगों ने अपने घर जाना ही बेहतर समझा। जब वहां से निकले तो कोई साधन नहीं मिला। दिल्ली, मेरठ, गाजियाबाद, राजस्थान सहित कई इलाकों से लोग पैदल ही अपने घर निकल पड़े। इसी क्रम में कुछ लोग जनपद कानपुर देहात के भोगनीपुर तक किसी साधन से आ गए तो पैदल वहां से कन्नौज तक उन्हें दूरी तय करनी पड़ी। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग दिल्ली,राजस्थान से ही साधन के अभाव के चलते पैदल चल रहे हैं। एक युवक से जब बात की तो उसने बताया किसी तरह छुपते छुपाते हुए भोगनीपुर तक आ गया तो भोगनीपुर से कन्नौज के लिए उसे साधन नहीं मिला तो रसूलाबाद होते हुए पैदल मेहंदी घाट कन्नौज जा रहा है। राज्य सरकारों द्वारा मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने का कोई प्रबंध नहीं किया गया। जिसके चलते लोग कड़ी मुसीबतों का सामना करते हुए घर पहुंच रहे हैं। राशन व जरूरत के सामान न होने के चलते वहां पर उनका जीवन यापन मुश्किल था। इसलिए उन्होंने ऐसे में घर जाना ही उन्होंने उचित समझा और दिल्ली, राजस्थान,हरियाणा से पैदल ही अपने घर पहुंच रहे हैं।