इन दिनों कोरोनावायरस प्रकोप के चलते मनुष्य की हालत तो खराब है ही, वहीं बड़ी संख्या में मूक पशु भी दाना पानी को तरस रहे हैं। इंदौर शहरी सीमा में नगर निगम द्वारा गो पालन पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया जा चुका है, जिसके कारण शहर की सभी गायों को आसपास की गौशालाओं में भेजा जा चुका है। वर्तमान में कोरोनावायरस के कारण पूरे इंदौर शहर में कर्फ्यू लगाया जा चुका है जिसके कारण गौशालाओं की व्यवस्था दयनीय हो चुकी है। जहां कर्फ्यू लगने के पूर्व इन गौशालाओं में धर्म प्रेमी जनता द्वारा चारे भूसे एवं खली की व्यवस्था कर दी जाती थी, वही अब कर्फ्यू के कारण गौशालाओं में रहने वाली गाय माता दाने पानी को तरसती हुई दिखाई दे रही है। इंदौर की अनेक गौशालाओं में चारे-भूसे की व्यवस्था भी बड़ी मुश्किल से हो पा रही है। पंचकुईया श्री राम मंदिर स्थित गौशाला जिस का संचालन महामंडलेश्वर लक्ष्मणदास जी महाराज द्वारा किया जाता है यहां पर 200 से अधिक गाय पाली जा रही है। महामंडलेश्वर लक्ष्मण दास जी महाराज ने बताया कि यह सभी गायें दुधारू नहीं है।हम अपने स्तर पर गौ माता की सेवा कर रहे हैं ।किंतु कर्फ्यू के कारण गौ माता को चारा भूसे की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। यहां पर सरकार,दानदाता एवं जनप्रतिनिधियों का कोई ध्यान नहीं है। शहर की लगभग सभी गौशालाओं में यही स्थिति है। अतः इस समय सभी दानदाता एवं सरकार गौशालाओं में गौ माता के लिए पर्याप्त चारा एवं भूसे की व्यवस्था करने के लिए अपना सहयोग प्रदान करें, जिससे इस विकट समय में गौ माता के प्राणों की रक्षा भी हो सके और प्रशासन से भी यह उम्मीद करते हैं कि वह गौशालाओं में जाकर देखें और इन मूक पशुओं के लिए उचित आहार की व्यवस्था जल्द करें।