पूरा प्रदेश इस समय लाख डाउन की समस्या से जूझ रहा है। वही गरीब मजदूर अपने घरों से सैकड़ों किलोमीटर दूर रहकर अपनों से बिछड़ने के गम को भुला नही पा रहे हैं। मगर उन्होंने किसी की भी परवाह न करते हुए सैकड़ों किलोमीटर का सफर पैदल चलकर अपने परिजनों से मिलने की इच्छा जताते हुए यह सफर शुरू कर दिया और जैसे भी हो सका वह लोग अपना सफर तय करने में जुट गए। उन्होंने इस दौरान अपनी जान की परवाह भी न की और छोटे-छोटे बच्चों को गोद में लिए ट्रकों की छत पर बैठकर गंतव्य की ओर रवाना होते दिखाई दिए। शनिवार को शहर के मंडी समिति तिराहे पर सैकड़ों की संख्या में लोग ट्रकों की छत से उतरे और कंटेनरो के माध्यम से अपने अपने गंतव्य की ओर रवाना होने लगे। इसी दौरान किसी के द्वारा इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दे दी गई। आनन-फानन में पहुंचे जिलाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने तत्काल प्रभाव से स्वास्थ्य विभाग की टीम को भी बुलाया। जिला प्रशासन द्वारा कई सौ किलोमीटर दूरी तय करके आए लोगों को पहले भोजन कराया गया।