कोरोना वायरस के चलते पूरी दुनिया में खौफ है। हर देश इस मुश्किल की घड़ी में अपने अपने हिसाब से स्थिति को संभालने की कोशिश कर रहे हैं। कोरोना जैसी महामारी से बचने अधिकातर देशों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। बीती रात भारत के प्रधानमंत्री ने भी पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया है।
कोशिश की जा रही है कि सभी लोग घर में रहें, बाहर न निकले क्योकिं कोरोना के लड़ने हमें सोशल डिस्टेंसिंग बनानी होगी।
आखिर क्यों जरुरी है लॉकडाउन, जानते हैं पैशेंट नंबर 31 की कहानी से...
दरअसल दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल के चर्च की एक महिला को कोरोना का संक्रमण हुआ था। समय रहते इस शख्स में संक्रमण की पहचान नहीं हो पाई, जिसके चलते वह आम लोगों के बीच घूमता-फिरता रही। महिला पहले से बीमार थी लेकिन उसने किसी की नहीं बात नहीं सुनी वो होटल, चर्च में जाती रही। बाद में हालत बिगड़ने पर महिला की जांच कराई गई तो कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। इस दौरान इस महिला के जरिए करीब 5 हजार लोगों में कोरोना का संक्रमण फैल गया। इतना ही नहीं इसके संपर्क में आने से संक्रमित हुए 29 लोगों की जान जा चुकी है।
इसलिए जरुरी है सोशल डिस्टेंसिंग, इस पैशेंट नंबर 31 से आप समझ सकते हैं कि कैसे एक महिला की लापरवाही ने 5 हजार लोगों की जान खतरे में डाल दी।
कृपया समझदार बनिए, पीएम मोदी ने 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया है। सभी आदेशों का पालन करें क्योंकि डॉक्टर्स, पुलिस, मीडिया, सफाईकर्मी लगातार काम कर रहे हैं। आपको सिर्फ घर पर रहना है। कोरोना वायरस से लड़ने में सबसे बड़ा सहयोग होगा कि आप घर पर ही रहें। कहीं भी बाहर नहीं निकले। इन 21 दिनों में घर पर रहकर हम कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन तोड़ सकते हैं। क्योकिं कोरोना वायरस से लड़ना है तो घर के बाहर नहीं निकलना है।