देश में जब होली का त्योहार मनाया जा रहा था । वहीं मध्यप्रदेश की राजनीति में बड़ा फैरबदल हो गया। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। उन्होंने मंगलवार को भाजपा में शामिल होने के दौरान कांग्रेस से अपनी नाराजगी के कारण स्पष्ट किए। भाजपा मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद सिंधिया ने कहा कि अब कांग्रेस पहले जैसी नहीं रही। सिंधिया ने पहला कारण बताते हुए कहा कि कांग्रेस में जड़ता की स्थिति है। मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम लिए बगैर उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा। सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व को भी भाजपा में आने के पीछे का कारण बताया। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत का भविष्य सुरक्षित है।
इससे पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सिंधिया को परिवार का सदस्य बताते हुए कहा कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया के पौत्र के आने से खुशी हुई है। नड्डा ने कहा कि आज राजमाता सिंधिया को याद कर रहा हूं। भारतीय जनसंघ और भाजपा की स्थापना से लेकर विचारधारा बढ़ाने में राजमाता का योगदान रहा है। वे हमारे लिए आदर्श रही हैं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस में सिंधिया की गिनती राहुल के सबसे करीबी नेताओं में होती थी। उनके प्रियंका से भी अच्छे संबंध रहे। सिंधिया जिस समय दिल्ली में भाजपा कार्यालय पहुंचकर सदस्यता ले रहे थे, उसी समय समर्थक विधायकों ने वीडियो संदेश जारी कर कहा कि कुछ भी हो जाए वे सिंधिया का साथ नहीं छोड़ेंगे और सिंधिया के साथ ही रहेंगे। 19 विधायक जो सिंधिया समर्थक माने जाते हैं, वे बेंगलुरू में हैं। ये सभी मंगलवार को ही अपने इस्तीफे विधानसभाध्यक्ष को भेज चुके हैं। इसके बाद मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार अल्पमत में आती नजर आ रही है।