हॉर्स ट्रेडिंग के मामले में पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है। कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उसने सरकार के कुछ विधायकों को लालच दिया और मंत्री पद दिलाने के नाम पर बीजेपी में शामिल करने की कोशिश की। वहीं वापस लौटे एमएलए बिल्कुल उलट जबाव दे रहे हैं। गायब हुए सुमावली विधायक एंदल सिंह कंसाना ने अपनी सफाई देते हुए कहा 'मैं नाराज नहीं हूं, मेरी बहू बीमार है उसे देखने दिल्ली गया था। मुझे कोई ऑफर नहीं दिया गया है। वहीं विधायक रमाबाई ने कहा कि मुझे कोई भी ऑफर नही दिया गया है। हमारे साथ कोई जबरदस्ती नहीं की गई है। बसपा के रुख पर कहा कि बसपा सुप्रीमो जो निर्देश देंगी वो किया जाएगा। वहीं उन्होनें विपक्ष को मजबूत भी कहा। साथ ही पूरे घटनाक्रम के बारे में जब सवाल किया तो वो जबाव देने से बचती नज़र आईं। उन्होनें कहा कि आपके जो भी सवाल हैं वो मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह से पूछिए, वो अच्छा जबाव दे पाएंगे।