दिल्ली में हुई हिंसा में अबतक 47 लोगों की जान जा चुकी है, सैकड़ों लोग घायल हैं. इसके बावजूद क्या किसी पुलिस वाले पर कोई कार्रवाई हुई? क्या गृहमंत्री ने सामने से आकर जिम्मेदारी ली कि आखिर कहां गलती हुई? किसकी गलती थी कि दिल्ली 3 दिनों तक जलती, धधकती, चीखती रही? अगर इतनी मौत के बाद भी किसी की जिम्मेदारी तय नहीं हो रही है तो हम पूछेंगे जरूर, जनाब ऐसे कैसे?