हम प्रकृति के साथ साथ वन्यजीवों पर भी कहर बरपा रहे हैं। जगह जगह जंगल काटे जा रहे हैं, हरियाली मिटाकर बड़ी बड़ी बिल्डिंग तानी जा रही हैं। हम प्रकृति की गोद तबाह कर रहे हैं और बदले में प्रकृति और वन्य जीवों से सौम्य होने की उम्मीद रखते हैं? पहले हम खुद ही जंगलों को तबाह कर वन्यप्राणियों की जिंदगी में दख्ल देते हैं और जब वो आक्रमकता दिखाए तो हम गुस्सा दिखाते हैं। ताजा वीडियो सामने आया है जिसमें आप देख सकते हैं कि किस क्रूरता के साथ एक बाघ को लोग मार रहे हैं। यह वीडियो वाकई दर्दनाक है। बाघ और शेर जैसे वन्यप्राणियों का स्वभाव की आक्रमक होता है और जब वो अपने आसपास इंसामी कदमों को देखते हैं तो यह दख्लअंदाजी उन्हें बर्दाश्त नहीं होती और वो आक्रमक हो जाते हैं। गलती वन्यप्राणियों की नहीं बल्कि हमारी है। पशु आदमखोर नहीं बल्कि इंसान खूंखार बनता जा रहा है। हमें प्रकृति और वन्यप्राणियों से उनकी हरियाली छीनना बंद करना होगा।