जसवंतनगर के ग्राम सिरहौल निवासी 15 वर्षीय अर्चिता ने गुरुवार देर शाम को कमरे में जाकर चुन्नी को छत के पंखे से बांधा और फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करते समय किशोरी ने भीतर से कमरे का दरवाजा बंद कर लिया था। घटना के बाद जब किशोरी का छोटा भाई पीयूष घर आया तो भाई ने कमरे का दरवाजा खोलने को कहा तो काफी देर तक उसने कमरे का दरवाजा नहीं खोला तो उसे संदेह हुआ।खिड़की से कमरे में देखा तो उसकी बहन पंखे में बंधी चुन्नी से लटक रही थी। इस पर उसने शोर मचा दिया। शोर सुनकर आस पड़ोस के लोग वहां आ गए। उन्होंने आनन फानन बमुश्किल कमरे का दरवाजा खोला। उसे पंखे से उतारा तो किशोरी की मौत हो चुकी थी। कोतवाली के उपनिरीक्षक सुदेश कुमार ने बताया कि घर से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिवार के लोगों ने भी अभी तक ऐसी कोई बात नहीं बताई है। 11 वी कक्षा की छात्रा व मृतिका किशोरी की मां संगीता का दो माह पूर्व निधन हो चुका है। मृतिका के पिता व 13 वर्षीय छोटा भाई साथ रहते थे, जबकि 18 वर्षीय बड़ी बहन बाहर रहती है। मामले की छानबीन की जा रही है।