शामली कांधला दिल्ली में नागरिकता संसोधन बिल को लेकर हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद बस में बैठकर कस्बे में पहुंचे बालक को पुलिस ने चाइल्ड हेल्प लाइन के कर्मचारियों के सुपुर्द कर दिया है। कर्मचारी बालक को अपने साथ शामली ले गए। गुरूवार को थानाध्यक्ष कर्मवीर सिंह को क्षेत्र के गांव डुढार के ग्रामीणों ने सूचना दी कि एक दस वर्षीय बालक गांव घूम रहा है। सूचना पर पुलिस गांव पहुंची, और बालक को अपने साथ थाने ले आई। पुलिस पूछताछ में बालक ने बताया कि उसका नाम साहिल पुत्र इंतजार निवासी मुस्तफाबाद दिल्ली है। बालक ने बताया कि दिल्ली में नागरिकता संसोधन बिल को लेकर दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों के दौरान वह बस में बैठकर आया था। पुलिस ने मामले की सूचना चाइल्ड हेल्प लाइन को दी। सूचना पर चाइल्ड हेल्प लाइन के कर्मचारी सतेंद्र और जगपाल थाने पहुंचे। दोनों कर्मचारी बालक को अपने साथ लेकर शामली के लिए रवाना हो गए। वहीं दूसरी और मानसिक रूप से बीमार चल रहीं महिला बुधवार की शाम को थाने पहुंची, और उल्टी-सीधी हरकत करने लगी। पुलिस ने किसी तरह से महिला के घर का पता लगाया। पुलिस ने महिला के पति राहुल निवासी गढ़ी दौलत को थाने बुलाया, और महिला को सौंप दिया। महिला के पति ने बताया कि उसकी पत्नी मानसिक रूप से बीमार चल रहीं है, जो बिना बताए हीं दो दिन पूर्व घर से निकल गई थी।