सीकर. नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली में हुई हिंसा में गोली लगने से जान गंवाने वाले हेडकांस्टेबल रतनलाल बारी का शव दो दिन बाद बुधवार को सीकर जिले में स्थित उनके पैतृक गांव तिहावली पहुंचा। शव देखकर हर किसी की आंखें नम हो गई। रतनलाल की 70 वर्षीया मां संतरा देवी से अब तक बेटे की मौत की खबर को छिपा रखा था। वह भी बेटे रतनलाल के शव को देखकर बिलख पड़ी। वहीं, रतनलाल की पत्नी पूनम का हाल बेहाल है। वह बार बार बेसुध होती रही।