इंदौर के पितृ पर्वत पर बनाए गए अष्टधातु के पितरेश्वर हनुमान के 19 दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आज कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा की अगुवाई बड़ी संख्या में साधु-संत और महात्माओं ने की। यात्रा में श्रद्धालु हनुमान चालीसा और राम नाम की महिमा का गुणगान करते नजर आए। दरअसल भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इस आयोजन को निर्देशित कर रहे हैं। इसी कड़ी में कलश यात्रा की शुरुआत एरोड्रम रोड स्थित विद्याधाम मंदिर से हुई। यात्रा विद्या धाम से सात किलोमीटर का सफर तय कर पितृ पर्वत पर पहुंची। यात्रा में हजारों की संख्या में महिलाओं ने देवी अंजना के रूप में भाग लिया। कहा जा रहा है कि इस यात्रा के जरिए विश्व की सबसे लंबी कलश यात्रा का रिकॉर्ड कायम होगा। गौरतलब है कि पितृ पर्वत पर राम भक्त हनुमान की 66 फीट ऊंची मूर्ति का निर्माण ग्वालियर के 125 कारीगरों द्वारा किया गया। इसे सात साल में 264 हिस्सों में बनाया गया। इन हिस्सों को जोड़ने में करीब दो साल का समय लगा। मूर्ति का वजन 108 टन है। हनुमान की गदा की लंबाई 45 फीट है।