आदिदेव भगवान शिव की उपासना का महापर्व शिवरात्रि पर शाहजहांपुर जनपद के शिव मंदिर बम बम भोले के जयकारों से गूंज उठे। ब्रह्ममूर्त में ही शिवमंदिरों में हजारों भक्तगणों ने भगवानभोले का जलाभिषेक करना शुरू कर दिया और बम-बम भोले के जयकारों से शिव मंदिर गूंजते रहे। हम आपको बता दें कि हिंदू धर्म में भोले बाबा के महापर्व शिवरात्रि का बहुत महत्व है मान्यता है कि इस दिन जो भी सच्चे मन से उपवास रखकर आदि देव भगवान शिव का अभिषेक कर उनका पूजन करता है उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है। कलान तहसील मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर दैत्य गुरु शुक्राचार्य की तपोभूमि पटना देवकली शिव मंदिर बंडा के सुनासीर नाथ और शहर में विश्वनाथ मंदिर बनखंडी नाथ मंदिर आदि में लाखों शिव भक्तों ने सुबह ब्रह्ममूर्त से ही भगवान शिव का जलाभिषेक करना शुरू कर दिया। बताया जाता है कि पटना देवकली मंदिर पर दैत्य गुरु शुक्राचार्य ने संजीवनी तपस्या की थी गुरु शुक्राचार्य की पुत्री देवयानी का विवाह भी इसी मंदिर परिसर में हुआ था। आज शिवरात्रि के पावन पर्व पर लाखों भक्तों ने शिव मंदिरों पर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया।