इंदौर नगर निगम में निगम अधिकारियों पर व्यापार बंद करवाने का आरोप लगाते हुए सैकड़ों व्यापारियों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। ये व्यापारी निगम के मुख्य गेट पर ही विरोध स्वरूप धरने पर बैठे है और कहा जा रहा है कि जब तक उन्हें व्यापार के लिए वैकल्पिक जगह उपलब्ध नहीं करवाई जाएगी तब तक यह सभी व्यापारी निगम में ही धरने पर बैठे रहेंगे। दरअसल इंदौर नगर निगम आयुक्त के निर्देश पर स्वच्छता अभियान के सर्वे के दौरान सीपी शेखर नगर के बाहर पुराने कपड़े का व्यापार संचालित करने वाले दुकानदारों को वहां से हटाया गया था। व्यापारियों का कहना है कि उन्हें सिर्फ 2 दिन के लिए मौके से हटाया गया था लेकिन अब 2 महीने बीत जाने के बावजूद अब तक उन्हें ना तो वहां व्यापार करने की अनुमति दी जा रही है और ना ही वैकल्पिक उपलब्ध कराया जा रहा है। ऐसे में वहां व्यापार करने वाले लगभग 800 व्यापारियों पर जीवन यापन पर संकट खड़ा हो गया है। व्यापारियों का कहना है कि बीते 2 महीने में कई अधिकारियों से मुलाकात के दौरान उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला है, लेकिन अब तक उन्हें वैकल्पिक स्थान उपलब्ध नहीं करवाया गया है, जब तक उन्हें वैकल्पिक स्थान उपलब्ध नहीं करवाया जाता वे सभी व्यापारी निगम में ही धरने पर बैठे रहेंगे।