ये है नामी कम्पनी के हाल, वेतन समझौता महज 1 हजार रु

2020-02-14 4

देश की नामी कंपनी टाटा इंटरनेशनल की स्थिति कैसी है इसे इस बात से समझा जा सकता है कि यहां मजदूरों की हालत दयनीय है। आत्महत्या तक करनी पड़ रही है। इसके चलते शुक्रवार को मजदूर नेताओं ने हंगामा किया और गेट बंद कर दिया। महिलाओं को बाहर निकाला गया। उसके बाद गेट के बाहर नारेबाजी की। 5 फरवरी को श्रमिकों का वेतन समझौता नहीं होने के कारण एक श्रमिक ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी। बताया जा रहा है कि कंपनी में हर 4 वर्ष में वेतन वृद्धि को लेकर यूनियन और प्रबंधन के बीच समझौता होता है। किंतु इस बार तो 11 महीने से अधिक समय हो जाने के बाद अंतत: समझौता हुआ लेकिन श्रमिक इसको लेकर संतुष्ट नहीं है। इसी बात को लेकर श्रमिकों ने कंपनी के भीतर हंगामा खड़ा कर दिया। इस बार 4 वर्ष में मात्र 1000 रूपए वेतन समझौता किया गया है। मामले को लेकर ईश्वर सिंह परिहार लेदर उद्योग संघ के कर्मचारी नेता ने बताया अन्य कंपनियों में 10 हजार से अधिक समझौता होता है। इस बात को लेकर कंपनी के श्रमिकों ने हंगामा खड़ा कर दिया। इस बात को लेकर श्रमिकों ने प्रबंधक से चर्चा करनी चाही लेकिन प्रबंधकों ने श्रमिकों की कोई बात नहीं मानी जिस पर श्रमिकों ने हंगामा जारी रखा। श्रमिकों ने बताया की 11 माह बीत जाने के बाद भी संतोषजनक समझौता नहीं हुआ है, जबकि श्रमिकों की आर्थिक स्थिति खराब  है। जब हंगामा अधिक हो गया तो कंपनी प्रबंधक ने औद्योगिक थाना पुलिस बल बुला लिया जिस पर श्रमिकों ने जमकर हंगामा कर दिया।

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