1909 में यू एन मुखर्जी ने एक किताब लिखी थी जिसका नाम था हिंदूज: अ डाइंग रेस. नाम से स्पष्ट है कि किताब में भारत में हिंदुओं के बारे में डरावनी भविष्यवाणी की गई थी. लेकिन उसके बाद से पिछले 111 सालों में डरावनी भविष्यवाणी सही साबित नहीं हुई है. इन सालों में हिंदुओं की आबादी देश में करीब 5 गुना बढ़कर 20 करोड़ से करीब 100 करोड़ हो गई है. ताज्जुब की बात है कि इस तथाकथित डाइंग रेस को बचाने के लिए, ताकि भारत पर दूसरे धर्म के मानने वालों का कब्जा ना हो जाए, अब एक कानून की बात हो रही है, जिससे देश के अलग-अलग समुदायों की जनसंख्या को कंट्रोल किया जाए.