वर्धा/नागपुर. वर्धा जिले के हिंगणघाट में शादीशुदा सिरफिरे ने कॉलेज लेक्चरर को सड़क पर पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की। सोमवार सुबह हुई इस घटना में 25 वर्षीय अंकिता पिसुदे गंभीर रूप से झुलस गई। उसकी आवाज जा चुकी है। वह सांस भी नहीं ले पा रही। आंखों की रोशनी भी बच पाने की उम्मीद भी कम है। उसे नागपुर स्थित ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। आरोपी विकेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पहले से फिराक में था सिरफिरा, स्कूटी से पेट्रोल निकाला और आग लगा दी
वर्धा जिले के दरोदा गांव की रहने वाली अंकिता पिसुदे महिला कॉलेज में लेक्चरर है। वह सोमवार सुबह 7:15 बजे रोज की तरह 75 किमी दूर कॉलेज जाने के लिए बस में सवार हुई। हिंगणघाट में कॉलेज नजदीक आने पर बस से उतरी। वहां पहले से मौजूद अंकिता के ही गांव का रहने वाला विकेश नागराले (27) अपनी स्कूटी से पेट्रोल निकालकर अंकिता के पास आया। अंकिता कुछ समझ पाती, इससे पहले विकेश ने उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और वहां से भाग निकला।
अंकिता को स्कूली बच्चियों ने बचाया, अब जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही
वारदात के वक्त स्कूल जाने वाली कुछ बच्चियां वहां से गुजर रही थीं। अंकिता को झुलसते देख इन बच्चियों ने शाेर मचाकर आसपास के लोगों को बुलाया। लोगों ने अंकिता पर पानी डाला। तब तक उसका चेहरा 40% तक झुलस चुका था। प्लास्टिक सर्जन डॉ. दर्शन रेवणवार ने बताया कि अंकिता की आवाज जा चुकी है। उसकी आंखों की रोशनी भी कायम रहने की उम्मीद कम है। उसका सिर, चेहरा, बायां हाथ, पीठ और गर्दन झुलस गई है। उसे सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है, इसलिए अगले 72 घंटे महत्वपूर्ण हैं।
आरोपी पहले से शादीशुदा, उसने खुदुकुशी की भी कोशिश की थी
पुलिस सूत्रों ने भास्कर को बताया कि अंकिता और विकेश में पहले बातचीत थी। बाद में विकेश की शादी हो गई। इसके बाद भी वह अंकिता से शादी करना चाहता था और उसे बात करने की कोशिश करता था। लेकिन अंकिता बातचीत से इनकार करती थी। इसी के चलते विकेश ने तीन महीने पहले खुदकुशी की कोशिश की थी। विकेश 4 महीने की बच्ची का पिता है। वर्धा के पुलिस अधीक्षक बसवराज तेली ने बताया कि आरोपी विकेश को तालघाट गांव से गिरफ्तार कर लिया गया है। काेर्ट ने उसे 8 फरवरी तक पुलिस रिमांड में भेजा है।
मां ने कहा- बेटी महफूज रहे, इसलिए क्या उसे घर में बंद रखते, उस लड़के को भी ऐसी ही सजा मिले
भास्कर ने अंकिता की मां से नागपुर में बातचीत की। उन्होंने कहा, 'हमने ऐसा क्या किया था जो आज हम पर ऐसा संकट आया है? मेरी बेटी की ऐसी हालत करने वाले को सरकार भी ऐसी ही सजा दे। आज मेरी बेटी के साथ ऐसा हुआ। कल वो छूटा तो किसी और बेटी के साथ ऐसा करेगा। ऐसे दरिंदों को समाज में रहने का अधिकार नहीं है। मेरी बेटी बहुत अच्छी है। उसने एमएससी किया। तजुर्बा मिले, इसलिए नौकरी की। बेटी महफूज रहे, इसलिए क्या उसे घर में बंद रखते? आज हर जगह बेटियां असुरक्षित हैं। देशभर में ऐसी ही बातें सुनने को मिलती हैं। सरकार को कुछ करना चाहिए।' लड़की के पिता ने कहा कि विकेश बस में मेरी बेटी का पीछा करता था। हमने उसे छह महीने समझाया भी था। हम इस भ्रम में थे कि वह अब कुछ नहीं करेगा।