यूनाईटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर आज से दो दिवसीय बैंक हड़ताल शुरू हो चुकी है। हड़ताल को इंदौर में खासा समर्थन मिल रहा है। यहां राष्ट्रीयकृत बैंक, निजी क्षेत्र के बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल होकर अपनी मांग के संर्दभ में प्रदर्शन कर रोष जाहिर कर रहे है। बैंककर्मियों की हड़ताल की वजह से जहां बैंकों में काम प्रभावित हो रहा है वही व्यापारियों का लेन-देन भी प्रभावित हो रहा है। दरअसल नवंबर 2017 से चले आ रहे बकाए राशि की भुगतान, बैंक कर्मियों को पेंशन की सुविधा देने, पारिवारिक सुविधा में सुधार, नव नियुक्त बैंक कर्मियों को पेंशन की सुविधा देने, बैंक का कार्यकाल सप्ताह में पांच दिन किए जाने सहित कुल 27 मांगों को लेकर ये हड़ताल की जा रही है। कहा जा रहा है कि मांग पूरी नहीं होने पर बैंक इम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया ने 11 मार्च से 13 मार्च तक सांकेतिक हड़ताल करने और एक अप्रैल से बेमियादी हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। हड़ताल के समर्थन में पहले दिन इंदौर के सांठा बाजार क्षेत्र में बैंक कर्मचारियों ने रैली निकालकर सरकार नीतियों के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया। इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। वैसे तो अभी तक बैंककर्मी एक दिन की सांकेतिक हड़ताल कर रहे थे लेकिन इस बार दो दिवसीय हड़ताल की वजह से व्यवस्था गड़बड़ाने की आशंका भी जाहिर की जा रही है। कहा जा रहा है दो दिनी हड़ताल में अकेले इंदौर में ही करोड़ों सहित पूरे मप्र में 5 हजार करोड़ का लेनदेन प्रभावित होगा।