दिल्ली में विधानसभा चुनाव है। स्थानीय मुद्दों के साथ सीएए यानी नागरिकता संशोधन कानून की भी चर्चा है। यहां पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों के झुग्गीनुमा 2 कैंप हैं। एक मजनू का टीला के पास और दूसरा सिग्नेचर ब्रिज के करीब। ज्यादातर झोपड़ियों पर तिरंगा नजर आता है। यहां रहने वालों को फिलहाल, मतदान का अधिकार नहीं लेकिन, वो दिल्ली चुनाव पर नजर रख रहे हैं। बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। पर्याप्त शौचालय नहीं हैं और बिजली-पानी की भी किल्लत है। दैनिक भास्कर टीम ने इन कैंपों का दौरा किया। लोगों से बातचीत की। एक शरणार्थी ने कहा- साहब, किसी सरकार से कोई गिला शिकवा नहीं। बस, हमारी झोपड़ियों तक बिजली और पानी पहुंच जाए। पेश है ये ग्राउंड रिपोर्ट।