इंदौर शहर में रंगपंचमी पर निकलने वाली गेर को यूनेस्को की सांस्कृतिक धरोहर में शामिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। यूनेस्को में प्रस्ताव भेजने की प्रक्रिया जिला प्रशासन ने प्रारंभ कर दी हैं। प्रस्ताव तैयार करने के लिए प्रशासन ने कमेटी का गठन किया है, जिसकी पहली बैठक मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में हुई। यूनेस्को में दस फरवरी तक प्रस्ताव भेजना हैं, प्रस्ताव तैयार करने के लिए विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही हैं। दरअसल इंदौर शहर की पहचान उत्सवप्रेमी शहर के रूप में होती हैं। यहां हर उत्सव में शहर के नागरिक बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। होली के बाद रंगपंचमी पर निकलने वाली गेर भी इंदौर को देश के दूसरे शहरों से अलग बनाती हैं। इस गेर को अब अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने की तैयारी की जा रही हैं। प्रशासन ने गेर आयोजकों से दस्तावेज जुटाने के साथ ही आम लोगों से भी गेर के बारे में जानकारी आमंत्रित की थी, तीस से अधिक लोगों ने प्रशासन के पास जानकारी भेजी थी। प्रशासन द्वारा गठित कमेटी में एक इतिहास व अंग्रेजी के प्रोफेसर के साथ ही डॉ एमडी सोमानी को समिति का कोऑर्डिनेटर बनाया हैं।