बलराज सिंह/जालंधर
यह अमन है। अमन कुमार अवस्थी। पिछले करीब डेढ़ साल से हेड इंजरी के चलते यह अस्पताल के बेड पर है। साथ ही उसकी जीवन की डोर को जोड़े रखने की आस में परिवार की माली हालत डगमगा चुकी है। पिछले करीब एक साल से तो अस्पतापल प्रबंधन ने भी पैसा लेना बंद कर दिया है। वजह की बात करें तो हर वक्त हेल्मेट पहनने वाले अमन के परिवार को बस वो एक लम्हा अंदर तक हिला देता है कि काश उस वक्त भी अमन के सिर पर हेल्मेट होता। इन दिनों सड़क सुरक्षा सप्ताह चल रहा है और इस दौरान अमन की कहानी के जरिये दैनिक भास्कर जनसामान्य को संदेश दे रहा है कि पुलिस कार्रवाई के डर से नहीं, बल्कि अपनी और अपनों की परवाह करते हुए हेलमेट पहनना हम सबके लिए बेहद जरूरी बात है।