इटावा में बड़ी संख्या में लोग बिना किसी सरकारी मदद से बड़े पैमाने पर लघु शहद उद्योग में हाथ आज़मा रहे है, सर्दियों के मौसम में सरसों की खेती के समय प्रदेश में मधुमक्खी पालन के लिए अच्छा वातावरण होता है। इसके चलते इटावा में बिहार से 100 से ज़्यादा लोग एक दर्जन से ज़्यादा स्थानों पर शुद्ध प्राकृतिक शहद बनाने का काम कर रहे हैं। वही लोगो का कहना कि अगर प्रदेश सरकार से उन्हें मदद मिले तो बड़े पैमाने पर जनपद में लघु उद्योग को बढ़ाया जा सकता है।