इंदौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में उस समय बड़ा हादसा होने से बच गया जब जू में मौजूद हाथी मोती बेकाबू हो गया। बेकाबू मोती ने बाड़े की दीवार तोड़कर बाहर निकलने की कोशिश की हालांकि ज़ू प्रबन्धन की सतर्कता की वजह से ऐसा सम्भव नहीं हो पाया और समय रहते उसे दीवार से दूर कर दिया गया। मोती अपने गुस्से की वजह से जाना पहचाना जाता है। मोती पहले भी जहां अपने दो महावत को नुकसान पहुंचा चुका है वही पहले भी वर्ष 2013 मे अपने बाड़े की दीवार तोड़ने की कोशिश कर चुका था।बाद में मोती को नए खुले बाड़े में शिफ्ट किया गया था, जहां पिछले दिनों ही मोती ने उसके साथ रहने वाली हथिनी लक्ष्मी को भी घायल कर दिया था। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी।आज एक बार फिर मोती ने अपने बाड़े में जमकर गुस्सा जाहिर किया और बाहर निकलने की कोशिश की। ज़ू प्रबन्धन का कहना है कि फिलहाल मोती मद में है इसलिए वो गुस्सा जाहिर कर रहा है, इसलिए सतर्कता बरतते हुए ट्रेंकुलाइजर का इस्तेमाल मोती के खाने में किया जाएगा, साथ ही तोड़ी गई दीवार को भी प्रबन्धन दुरुस्त करवा रहा है।