इनसानियत जिंदा है insaniyat jinda hai शफीक शाह जख्मीदिल

2020-01-11 31

इस फिल्म में गरीब बेटी के शादी के बारे में दिखाया गया है जो गरीब होने के वजह से अपनी बेटी की शादी अच्छे घर मे नही कर सकता पर उसकी मुलाकात एक नेक आदमी से होती है जो उसकी बेटी के शादी के लिए पैसा देता है और वो अपने बेटी की शादी बड़ी धूम धाम से करता है
कहतें हैं कि गरीब बेटी की शादी में मददत करना भगवान के चरणों में चढाने के बराबर होता है