26 दिसंबर को साल का अंतिम सूर्यग्रहण होगा। 12 घंटे पहले यानी आज रात 8 बजे से वेद बैठेंगे। सूतककाल शुरू होने के साथ ही मंदिरों के पट बंद हो जाएंगे, जो दूसरे दिन यानी गुरुवार की शाम को खुलेंगे। पंचांग के अनुसार ग्रहण का पर्व काल 2 घंटे 49 मिनट रहेगा। ज्योतिषाचार्य के अनुसार सूतककाल में जातकों को आराध्य की आराधना करना चाहिए। साथ ही मंत्र सिद्धि भी की जा सकती है। गुरुवार को पड़ रहे सूर्य ग्रहण का अन्य देशों समेत भारत में भी व्यापक असर रहेगा।