नागरिकता संशोधन बिल का पूर्वोत्तर के राज्यों में विरोध जारी है। गुरुवार सुबह फिर से लोगों ने बिल का विरोध करते हुए कर्फ्यू का उल्लंघन किया। सेना शहर में फ्लैग मार्च कर रही है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया- मैं असम के अपने भाइयों और बहनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि बिल के पारित होने के बाद उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने सुप्रीम कोर्ट में नागरिकता संशोधन बिल 2019 के खिलाफ याचिका दायर की है। कपिल सिब्बल इसकी पैरवी करेंगे। राज्यसभा में बुधवार को नागरिकता संशोधन बिल पास कर दिया गया।
मोदी ने ट्वीट किया- मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि कोई भी आपके अधिकारों, विशिष्ट पहचान और संस्कृति को नहीं छीन सकता। यह हमेशा फलता-फूलता और विकसित होती रहेगी। केंद्र सरकार संवैधानिक सुरक्षा, भाषा, संस्कृति और असम की क्षेत्रीय संस्कृति को लेकर प्रतिबद्ध है।