सही-गलत पता होने पर भी संदेह क्यों बना रहता है? || आचार्य प्रशांत, युवाओ के संग (2014)
2019-11-30 2
वीडियो जानकारी:
संवाद सत्र २२ सितम्बर, २०१४ बी.बी.डी.आई.टी, ग़ाज़ियाबाद
प्रसंग: सही-गलत पता होने पर भी संदेह क्यों बना रहता है? सही और गलत क्या है? सही-गलत का पता कैसे करें? क्या झूठ बोलना गलत है? निर्विकल्पता का क्या अर्थ है?