वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
१७ जुलाई, २०१६
रमण महर्षि केंद्र, दिल्ली
प्रसंग:
क्या इच्छाएं निजी भी होती हैं या सब बाहरी होती है?
कैसे जाने की इच्छाएं निजी हैं?
इच्छाएं कहाँ से पैदा होती है?
निजीता का सही अर्थ क्या है?
क्या कोई कर्म ऐसा है जो बिना इच्छा का हो?
संगीत: मिलिंद दाते