वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग, विश्रांति शिविर
०६ अप्रैल, २०१९
गांधीधाम, गुजरात
प्रसंग:
सच मुश्किल क्यों लगता है?
क्या झूठ में जीना सच से भी मुश्किल होता है?
सच और झूठ में चुनाव कैसे करें?
क्या सच का चुनाव झूठ से ज़्यादा आसान है?
हम झूठ को ही जल्दी क्यों चुनते हैं?
सच को कैसे चुनें?
संगीत: मिलिंद दाते