वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
१७ सितम्बर २०१४,
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
पौड़ी : (रहरासि, नितनेम)
तूं घट घट अंतरि सरब निरंतरि जी हरि एको पुरखु समाणा ॥
प्रसंग:
कौनसी भक्ति सही है ये कैसे पहचानें?
भक्ति का असली अर्थ क्या है?
भक्ति का आधार क्या है?
भक्ति मानें क्या?