वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग, भ्रम-विध्वंस यात्रा
३ मई, २०१६
धर्मशाला
प्रसंग:
ऊब क्या होती है?
इतना ऊब क्यों हैं जीवन में?
ऊब से मुक्ति कैसे पाएँ?
कोई भी काम जोश में दस से पंद्रह दिन करता हूँ पर उसके बाद उसमे ऊब सा क्यों मालूम पड़ने लगता है?
क्या हमारा चुनाव ही ऊब है?
कैसे जाने की मेरे लिए कौन सा काम ठीक है?
संगीत: मिलिंद दाते