पहले पागल थे, या अब हो गए? || आचार्य प्रशांत, श्री योगवाशिष्ठ पर (2017)

2019-11-28 0

वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
९ अक्टूबर २०१७
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
अध्यात्मिकता का क्या ध्येय है?
अध्यात्म में आने पर और भी संदेही क्यों हो गया हूँ?
अध्यात्मिक लोगो को पागल क्यों बोला जाता है?
आत्मा क्या है?
अध्यात्म को जानने से क्या लाभ है?

संगीत: मिलिंद दाते

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