वीडियो जानकारी:
संवाद सत्र
१६ अक्टूबर, २०१५
ए. आई. टी., कानपुर
प्रसंग:
भाग्य क्या है?
भाग्य जैसा कुछ होता है?
क्या वही होता है जो भाग्य में लिखा होता है?
कैसे जानें कि हमारे भाग्य में क्या लिखा है?
भाग्य बड़ा या कर्म?
क्या हमारे कर्म पूर्व-निर्धारित होते हैं?
क्या है जो भाग्य के दायरे से बाहर है?
संगीत: मिलिंद दाते