दमोह। जाको राखे साइयां मार सके न कोय... यह पंक्ति रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर उस समय चरितार्थ होते नजर आईं जब एक युवक ट्रेन में चढ़ते समय पटरियों के नीचे गिर गया। जो ट्रेन के नीचे इस तरह लेट गया कि बोगियों के 6 डिब्बे ऊपर से निकलने के बाद भी उसे खरोंच तक नहीं आई और ट्रेन रूकने के बाद वह सकुशल बाहर निकल आया।