वाराणसी/मथुरा. देश के सबसे पुराने श्रीराम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को अपना फैसला सुनाया। अयोध्या आंदोलन के समय राजनैतिक परिदृश्य में एक नारा- अयोध्या तो झांकी है, मथुरा-काशी बाकी है, खूब गूंजा था। हालांकि, यह बातें अब बीते जमाने की हो चुकी है। अयोध्या विवाद पर हुए निर्णय के बाद रविवार को पहली सुबह काशी व मथुरा में वैसी ही रही, जैसी आम दिनों में रहती है। बनारस में काशी विश्वनाथ मंदिर के पास बारावफात के जुलूस में फंसे एंबुलेंस को मुस्लिम युवकों ने रास्ता देकर आगे बढ़ाया तो लीलाधर की नगरी मथुरा में कान्हा की बंसी से अमन के सुर ही निकलते सुनाई दिए।