कुछ भी छोड़ना इतना कठिन क्यों होता है? || आचार्य प्रशांत (2016)
2019-11-05
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वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
१० अप्रैल, २०१६
रमण महर्षि केंद्र, दिल्ली
प्रसंग:
कुछ भी छोड़ना इतना कठिन क्यों होता है?
भूलना क्या अर्थ है?
अतीत की बात कैसे हटाए?
जीवन के खींच-पिंच,खींच-पिंच का क्या समाधान है?