कानपुर। सरकार ने 15 जून 2017 को ही सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का वादा किया था. इस वादे को पूरा करने का दावा भी दो साल पुराना हो चुका है. लेकिन शहर की सड़कें आज भी खस्ताहाल हैं. सड़कों का हाल यह है कि सिटी सेंटर में भी राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. नगर निगम और पीडब्लूडी दोनों सड़कें इस तरह से बनाती हैं बरसात का एक मौसम उनके लिए काफी होता है. बरसात के बाद से ही शहर के ज्यादातर सड़कों से बजरी उखड़ गई जिसके कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. शहर की मेन सड़क, वार्डो और हाईवे की सड़कों में से शायद ही कोई एक किमी की ऐसी सड़क बची हो जिसमें गड्ढे न हों. बल्कि कस्बों में जाने पर ऐसा लगता है मानों गड्ढों में ही सड़क बना दी गई है.