छतरपुर. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर चयन न होने से हताश युवती ने जनसुनवाई में कलेक्टर से इच्छामृत्यु की मांग की। उसने बकायदा इसके लिए कलेक्टर को आवेदन भी दिया और कलेक्ट्रेट परिसर में अपनी परेशानी बताते हुए रो पड़ी। कलेक्टर मोहित बुंदस सारे काम छोड़कर युवती को एक घंटे तक मनाते रहे। उन्होंने अपने और दोस्तों के संघर्ष की कहानियां सुनाईं, तब जाकर युवती को मना पाए।