उदित बर्सले. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक बैठक के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शुक्रवार को भारत आएंगे। तमिलनाडु के महाबलीपुरम में 11 और 12 अक्टूबर को दोनों नेताओं की मुलाकात होगी। वहीं भारत आने से पहले शी जिनपिंग की मुलाकात पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से भी हुई। ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर मोदी और जिनपिंग की मुलाकात भारत के लिए कितनी फायदेमंद है? एक ओर कश्मीर से अनुच्छेद 370 निष्प्रभावी करने और उसके बाद जम्मू-कश्मीर से लद्दाख के अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से ऐसे में सवाल ये भी उठता है कि क्या चीन और भारत की सीमाओं का कोई हल है या नहीं? ऐसे ही तमाम सवालों पर चीन, पाकिस्तान और भूटान में भारत के उच्चायुक्त रहे गौतम बम्बावाले और इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालसिस में सीनियर फैलो और सेवानिवृत कूटनीतिज्ञ पी. स्टोबडन ने भास्कर एप बातचीत की।