अहमदाबाद. जीवन में भले ही कितनी ही दुश्वारियां हो, यदि हौसला मजबूत है, तो सफलता खुद हमारे कदम चूमने आती है। इसे सिद्ध कर दिखाया है आयुषी वोरा ने। एक हाथ न होने के बाद भी वह जो कुछ कर रही है, वह आज के युवाओं के लिए एक मिसाल है। अपने अलग अंदाज के कारण उसे हजारों की भीड़ में अलग से पहचाना जा सकता है।