29 दिन पहले इंदौर चिड़ियाघर में जन्मे चार शावकों में से जिंदा बचे एकमात्र शावक को आईसीयू से तो बाहर निकाल लिया गया है, लेकिन मां से वह अब भी दूर है। उसे दूध पिलाने के लिए एक श्वान लाई गई है। चिड़ियाघर प्रबंधन के मुताबिक शावक की हालत अब खतरे से बाहर है। मगर दूध पिलाने के लिए बाघिन के पास ले जाने से उसकी जान को खतरा हो सकता है। इसलिए उसे फिलहाल मादा श्वान का दूध पिलाया जा रहा है।