बाराबंकी. यहां स्वास्थ्य विभाग की संवेदनहीनता के चलते एक युवक को पत्नी और नवजात को ठेले पर लिटाकर अस्पताल से घर ले जाना पड़ा। मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्रिवेदीगंज का है। यहां एंबुलेंस में ही एक महिला ने नवजात को जन्म दिया। आरोप है कि अस्पताल पहुंचने पर एंबुलेंस वाले ने उससे एक हजार रुपए की मांग की। नहीं देने पर न तो उसका पंजीकरण किया गया और न ही इलाज। यहां तक की घर जाने के लिए एंबुलेंस भी नहीं मिली। ऐसे में मजबूरन परिजनों को ठेले पर जच्चा और बच्चा को घर ले जाना पड़ा।