50 पार बुजुर्गों को पढ़ा रहे 5 से 13 साल के बच्चे

2019-09-08 48

वाराणसी. उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचन्द के गांव लमही में 88 वर्षीय बिटुना और 60 वर्षीय नगीना खातून जैसी कई बुजुर्ग महिलाएं रविवार को पहली बार शुरू हुए अक्षर पाठशाला में दाखिल हुईं। जिनका अक्षर से कभी पाला नहीं पड़ा। लेकिन अब अक्षर स्कूल बिटुना दादी और नगीना खातून को न सिर्फ साक्षर बनाएगा, बल्कि मोबाइल और इन्टरनेट चलाना भी सिखाएगा और यह सब कोई पेशेवर लोग नहीं करेंगे, बल्कि विशाल भारत संस्थान के 5 से 13 वर्ष के बच्चे कर दिखाएंगे। बिना सरकारी मदद के लमही गांव को पूर्ण साक्षर बनाने का संकल्प विशाल भारत संस्थान के बच्चों ने लिया है।

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