पुणे. देशभर में गणेशोत्सव बड़े धूम धाम से मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार सुबह एक साथ 25 हजार महिलाओं ने प्रसिद्ध दगडूशेठ गणपति मंदिर के बाहर बैठकर 'अथर्वशीर्ष' का पाठ किया।
कई विदेशी महिलाएं भी हुईं शामिल
दगडूशेठ हलवाई गणपती मंदिर के आसपास का इलाका,"ओम् नमस्ते गणपतये...गजानना, गजानना... ओम गं गणपतये नम:... मोरया, मोरया'.के जयघोष से कई घंटे तक गूंजता रहा। इस विशेष पाठ में कई विदेशी महिलाए भी शामिल हुईं। सभी महिलाओं ने महाराष्ट्रीयन वेशभूषा में सुबह 4 बजे या पाठ शुरू किया जो तकरीबन 7 बजे तक चलता रहा।
पिछले कई साल से हो रहा यह पाठ
पुणे का श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई सार्वजनिक गणपती ट्रस्ट पिछले कई सालों से यह अथर्वशीर्ष पठन कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। दगडूशेठच्या उत्सव मंडप से नाना वाडा इलाके तक बैठकर महिलाएं अथर्वशीर्ष पठन करके गणपति की अराधना करती है।
क्या है अथर्वशीर्ष?
यह मूलत: भगवान गणेश की वैदिक स्तुति है, जिसमें भगवान गणेश के आवाहन से लेकर ध्यान, नाम से मिलने वाले शुभ फल आदि शामिल है। इस गणपति स्त्रोत का पाठ धार्मिक दृष्टि से सभी दोष से मुक्त करता है, वहीं व्यावहारिक जीवन के कष्टो, दु:खों और बाधाओं से भी रक्षा करता है।