चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में देश की आर्थिक विकास दर घटकर महज 5 फीसदी रह गई है, जो साढ़े छह वर्षों का निचला स्तर है। पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में आर्थिक विकास दर 5.8 फीसदी रही थी। जीडीपी में गिरावट का हम पर सीधा असर होता है। आमदनी से लेकर रोजगार तक पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आखिर क्या है ये जीडीपी, ये बार-बार घटती-बढ़ती क्यों है। आखिर क्यों जीडीपी गिरने का असर इकोनॉमी पर पड़ता है, आइए जानते हैं...